
मौसम में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है।
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, जैसा पहले बताया गया था, इस बार मानसून समय से पहले आ गया है। जिसकी वजह से पूरे पंजाब में अच्छी बारिश देखने को मिल रही है।
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि पिछली वर्षों में जुलाई के पहले हफ्ते तक 50 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की जाती थी, लेकिन इस साल अब तक 75 मिलीमीटर तक बारिश हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि 7, 8 और 9 जुलाई को भारी बारिश के लिए अलर्ट जारी किया गया था और पंजाब के कई शहरों में भारी बारिश जबकि कुछ शहरों में हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई है।
अब 11 और 12 जुलाई को भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जिसके चलते विभाग की ओर से चेतावनी जारी की गई है।
मौसम वैज्ञानिक कुलविंदर कौर गिल ने बताया कि कल 50 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। जहाँ धान की फसल में पानी सोख लिया जाता है वहाँ कोई दिक्कत नहीं, लेकिन अगर खेत में बहुत अधिक पानी भर जाए, तो उसे निकालना ज़रूरी है, नहीं तो फसल को नुकसान पहुँच सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि अधिक बारिश का कपास की फसल पर सकारात्मक प्रभाव भी देखा जाता है, क्योंकि इस मौसम में सफेद मक्खी के हमले की संभावना बढ़ जाती है, लेकिन अधिक बारिश से यह कीट बह जाते हैं।
मौसम वैज्ञानिक ने यह भी चेतावनी दी कि अधिक बारिश के कारण खेतों और आसपास खड़े पानी में मच्छर और मक्खियों के पनपने से कई तरह की बीमारियाँ फैलने का खतरा रहता है। इससे बचाव के लिए सतर्क रहना जरूरी है।
साथ ही उन्होंने कहा कि ज़्यादा बारिश के कारण कुछ जगहों पर जलभराव की समस्या भी आ सकती है, जिसका पहले से समाधान किया जाना चाहिए।