कांग्रेस ने रेसलर्स के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. इस प्रेस मौके पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और उनके साथ बॉक्सर विजेंद्र सिंह भी मौजूद रहे | जिन्होंने साक्षी मलिक का समर्थन करते हुए न्याय प्रणाली पर सवाल उठाए |
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ हो रहा है. केंद्र सरकार ने बेटियों को न्याय नहीं दिया. न ही बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने कहा, सारे खेल संघों पर बीजेपी ने कब्जा कर लिया है.
सुरजेवाला ने कहा, ”पहलवान बेटियों के यौन शोषण के आरोपी BJP सांसद बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह के चुनाव जीतने के बाद ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली महिला पहलवान साक्षी मलिक का संन्यास लेना भारत के खेल इतिहास में एक काला अध्याय है. किसान की पहलवान बेटी की आंख से निकला हर आंसू मोदी सरकार की बेशर्मी का प्रमाण है. BJP का नारा है- बेटी रुलाओ, बेटी सताओ और बेटियों को घर बिठाओ.”
उन्होंने कहा, देश का दुर्भाग्य है कि हरियाणा के साधारण किसान परिवार की जिस बेटी ने पहला ओलंपिक मेडल जीता, उसे आज मोदी सरकार के ‘दबदबे’ ने वापस घर जाने पर मजबूर कर दिया है. पहलवान बेटियां न्याय मांगने के लिए जंतर-मंतर पर बैठी रहीं लेकिन BJP सरकार ने उन्हें दिल्ली पुलिस के जूतों से कुचलवाया. जबकि महिला पहलवानों ने खुद न्याय की गुहार PM मोदी, गृहमंत्री और खेलमंत्री से लगाई थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद FIR तो दर्ज हुई लेकिन BJP सांसद बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी नहीं हुई.
सुरजेवाला ने कहा, देश की बेटियों के मोदी सरकार से सवाल हैं कि मोदी सरकार चुप क्यों है? देश की संसद किसान की पहलवान बेटियों के अपमान पर चुप क्यों है? देश की राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा-राज्यसभा के सभापति, खेल जगत की नामी-गिरामी हस्तियां चुप क्यों हैं? तो क्या मान लिया जाए कि अब दबदबा, डर, भय और अन्याय ही न्यू इंडिया का नॉर्मल है.