
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारत के महावाणिज्य दूतावास पर हुए हमलों की चल रही जांच के तहत आज पंजाब और हरियाणा में कई स्थानों पर छापेमारी की।
19 मार्च और 2 जुलाई के हमलों के पीछे की साजिश को उजागर करने के लिए एनआईए की टीमों ने दोनों पड़ोसी राज्यों में कुल 14 स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें आपराधिक अतिक्रमण, बर्बरता, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान और वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों को चोट पहुंचाने का प्रयास शामिल था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यहां द ट्रिब्यून को बताया कि आगजनी की घटनाओं के जरिए वाणिज्य दूतावास की इमारत में आग लगा दी गई।
एनआईए जांचकर्ताओं ने हमलावरों की पहचान करने और उन पर मुकदमा चलाने के उद्देश्य से वाणिज्य दूतावास पर हमलों की घटनाओं की जांच करने के लिए अगस्त में सैन फ्रांसिस्को का दौरा किया।
एनआईए ने इन हिंसक घटनाओं में शामिल कुछ अमेरिकी-आधारित संस्थाओं और व्यक्तियों की पहचान करने और उनके बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए जानकारी प्राप्त की है। साजिश के हिस्से के रूप में कुछ व्यक्तियों की पहचान पहले ही की जा चुकी है, जिनमें हमलावर और उनके सहयोगी, भारतीय और विदेशी दोनों शामिल हैं।
एनआईए ने आज लुधियाना, मोगा, जालंधर, गुरदासपुर, मोहाली और पटियाला के साथ-साथ हरियाणा के कुरूक्षेत्र और यमुनानगर में भी छापेमारी की। कार्रवाई के परिणामस्वरूप आरोपी व्यक्तियों के बारे में जानकारी वाले डिजिटल डेटा के साथ-साथ अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज़ भी जब्त कर लिए गए।
स्थानीय आप विधायक मनविंदर सिंह गियासपुरा के करीबी सहयोगी सरबजीत सिंह कंग की लुधियाना के खन्ना में तलाशी ली गई।