
हमास और इजराइल के बीच चल रहे युद्ध में हमास के वरिष्ठ नेता इस्माइल हानियेह ने कथित तौर पर पाकिस्तान से सहायता मांगी है। पाकिस्तान के जियो न्यूज ने बुधवार को एशियाई राष्ट्र को “बहादुर” बताते हुए रिपोर्ट दी कि अगर इजरायल को “पाकिस्तान के प्रतिरोध” का सामना करना पड़ा, तो क्रूरता बंद हो सकती है।
पाकिस्तान के इस्लामाबाद में ‘अल-अक्सा मस्जिद की पवित्रता और मुस्लिम उम्माह की जिम्मेदारी’ विषय पर एक राष्ट्रीय संवाद के दौरान कॉलेज के समय से ही हमास से जुड़े रहे हनियेह ने यह टिप्पणी की।
हनियेह ने फिलिस्तीनियों द्वारा किए गए बलिदानों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पाकिस्तान की ताकत संभावित रूप से इजरायल-हमास युद्ध को रोक सकती है।
हमास के शीर्ष नेता के अनुसार, गाजा पट्टी में इजरायल के हमले का उन देशों द्वारा विरोध किया जाना चाहिए जो पवित्र कुरान का बारीकी से पालन करते हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 16,000 फिलिस्तीनियों की गिरफ्तारी और पवित्र स्थलों को अपवित्र करने सहित इजरायल की कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है।
फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों पर इज़रायली कब्जे में वृद्धि ने ओस्लो समझौते के कार्यान्वयन न होने से इस्माइल हानियेह को भी निराश किया है। हमास के शीर्ष नेता ने इस्लामिक देशों और इज़राइल के बीच राजनयिक संबंधों के खिलाफ चेतावनी दी और दावा किया कि यह फिलिस्तीनी मुद्दे को गंभीर रूप से बर्बाद कर देगा।