
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में होने वाली परेड से बाहर हुई पंजाब की झांकियां आगामी लोकसभा चुनाव तक राज्य के हर गली मोहल्ले में जाएगी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यह फैसला लिया है। पहले चरण में 9 झांकियां तैयार करवाईं जा रही है। वहीं, अगले चरण में इनकी संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी।
पंजाब सरकार की योजना है कि झांकियों को उसी स्टाइल में पंजाब में घुमाया जाएगा, जिस तरह गणतंत्र दिवस की परेड में उन्हें दिखाया जाता है। इन्हें बाकायदा ट्रॉलियों पर सजाया जाएगा। इसके बाद प्रत्येक विधानसभा हलके के प्रत्येक गांव में इन्हें ले जाया जाएगा। प्रत्येक गांव में झांकी 10 से 15 मिनट के लिए रुकेगी।
पता चला है कि पंजाब सरकार योजना बना रही है कि एक झांकी दिल्ली स्थित पंजाब भवन में रखी जाएगी। दिल्ली के विधायकों को इसे पंजाबी इलाकों में ले जाने की छूट रहेगी । पंजाब सरकार की तरफ परेड के लिए तीन झांकियां तैयारी की गई थी। इनमें पंजाब शहीद व कुर्बानियों की गाथा, नारी शक्ति माई भागो की झांकी व पंजाब के अमीर सभ्याचार से जुड़ी झांकी शामिल थी।
जब केंद्र सरकार की तरफ से झांकियों को रद किया गया था, साथ ही रक्षा मंत्रालय की तरफ से दिल्ली में होने वाले भारत पर्व में पंजाब की झांकी को भेजने की बात कहीं थी, उस समय राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कह दिया था कि वह रिजेक्ट कैटेगरी में पंजाब की झांकी नहीं भेजेंगे। वहीं, पंजाब और दिल्ली में पर खुद पंजाब की झांकियां निकालेंगे। ताकि लोगों को पंजाब के अमीर विरासत से रुबरू करवाया जा
सकें।