
श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का विरोध करने वाले स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने एक बार फिर बड़ी टिप्पणी की है. कार्यक्रम के विरोध की वजह से उन पर विपक्षी दलों के करीबी और प्रायोजित होने के लग रहे आरोपों पर सफाई दी है.
इसके अलावा अयोध्या नहीं जाने के अपने कारणों के बारे में उन्होंने बताया है. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का कहना है कि भगवान राम ने गोमाता को बचाने के लिए अवतार लिया था लेकिन आज भारत में गोवध नहीं रुक रहा. इसलिए वह भगवान राम के सामने नहीं जा सकते क्योंकि उन्हें इस बात का मलाल है कि जिस गौ रक्षा के लिए भगवान ने अवतार लिया वहीं गो माता पीड़ित हैं.
‘मैंने कांग्रेस के ही मुख्यमंत्री को फटकार लगाई थी’
एक चैनल से खास बातचीत में अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा है कि अभी किसी पार्टी की इतनी ताकत नहीं है कि मुझे प्रायोजित कर सके. उन्होंने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा का जिक्र करते हुए कहा कि मेरे खिलाफ जो वीडियो दिखाये जा रहे हैं उसमें यह भी दिखाया जाना चाहिए कि मैंने कांग्रेस के ही एक पूर्व मुख्यमंत्री को इतनी बुरी तरह फटकार लगाई थी कि वे भाग कर अपने सुरक्षा बलों की गाड़ी में छुप गए थे. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि जो गलत है उसका मैं विरोध हमेशा से करता रहा हूं. गलत करने वाला कोई अपना नहीं होता.
” अधूरे मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा ठीक नहीं”
उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि मंदिर निर्माण का कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है इसलिए प्राण प्रतिष्ठा ठीक नहीं है. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि मैं शास्त्रों का पाठ करता हूं और उसमें इस बात का साफ तौर पर जिक्र है. अधूरे मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा करना गलत है.