
हिमाचल प्रदेश सरकार तथा उद्योग विभाग के सहयोग व मार्गदर्शन से जिला ऊना के तीन युवा उद्यमियों ने गांव बसाल में एक टफंड ग्लास का उद्योग स्थापित किया है। देवभूमि ग्लास प्राइवेट लिमिटेड के नाम से लगभग 15 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित इस उद्योग में लगभग 40 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें 80 प्रतिशत कर्मचारी मूलतः हिमाचलवासी हैं। युवा उद्यमियों में से एक युवक तनवीर ठाकुर ने बताया कि इससे पूर्व वह निजी क्षेत्र में सिविल इंजीनियर के रूप में नौकरी करता था। फिर उन्हें एक दिन कुछ ऐसा करने का ख्याल आया, जिसकी बदौलत वे कुछ अन्य लोगों को भी रोजगार के अवसर पैदा कर सकें। इसके पश्चात् उन्होंने अपने दो युवा उद्यमी मित्रों राहुल सैनी तथा सुखबिंदर सिंह के साथ मिलकर जिला ऊना के गांव बसाल में टफंड ग्लास की उत्पादन इकाई स्थापित करने का निर्णय लिया। तनवीर ठाकुर ने बताया कि औद्योगिक इकाई स्थापित करने के लिए उद्योग विभाग द्वारा दिए गए 1000 वर्ग मीटर के औद्योगिक प्लॉट पर प्रदेश सरकार द्वारा उन्हें लगभग 7 लाख 50 हजार रुपए की अनुदान राशि दी गई। उन्होंने बताया कि उद्योग में उत्पादन आरंभ हुए अभी केवल 2 महीने हुए हैं तथा इस दौरान उत्पादन अपेक्षा के अनुरूप बेहतर है।
देवभूमि ग्लास प्राइवेट लिमिटेड के संबंध में अधिक जानकारी देते हुए जिला उद्योग केंद्र ऊना के संयुक्त निदेशक अंशुल धीमान ने बताया कि उद्योग विभाग के औद्योगिक क्षेत्र बसाल में जिला के तीन युवा उद्यमियों द्वारा टफंड ग्लास के उत्पादन की इकाई स्थापित की गई है, जिसमें आधुनिक प्रौद्योगिकी की मशीनरी व उपकरण स्थापित किए गए हैं।
चिंतपूर्णी से अमन शर्मा की रिपोर्ट।-